The Ultimate Guide To कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं

हंस और हंसिनी को भटकते-भटकते रात हो गयी, तो हंस ने हंसिनी से कहा देखो रात भी गई इसलिए हम किसी भी तरह यहाँ आज की रात बिता लेते हैं, फिर सुबह होते ही यहाँ से चले जायेंगे। 

शिष्य द्वारा इस सवाल के किये जाने पर गुरूजी निराश हो गए और दुखी मन से शिष्य को कहा – शिष्य, मुझे तुमसे ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी, तुम्हें मेरे साथ रहते हुए बहुत समय हो गया है, परन्तु अभी भी तुम ज्ञान की पहली सीढ़ी ही नहीं चढ़ पाए हो, अभी भी वहीँ पर अटके हुए हो। 

रास्ते में उन्हें एक नाला पार करना था। एक दिन गधा अचानक धारा में गिर गया और नमक की थैली भी पानी में गिर गई। नमक पानी में घुल गया और इसलिए बैग ले जाने के लिए बहुत हल्का हो गया। गधा खुश था।

एक बार एक बेटी ने अपने पिता से शिकायत की कि उसका जीवन दयनीय था और उसे नहीं पता की उसे आगे क्या करना है।

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महर्षि के चेहरे पर प्रतीक्षा का भाव था

इस तरह व्यक्ति चलते-चलते आखिर more info महर्षि रमण के आश्रम में पहुंच गया। महर्षि जी अपनी पूजा पाठ और ध्यान के लिए तैयार हो ही रहे थे। व्यक्ति वहां पहुंच कर महर्षि का अभिवादन किया और वहीँ उनके पास बैठ गया

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उन्होंने भारत के अंतरिक्ष और रक्षा कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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लेकिन भीगे हुए कपास को लेकर चलना भारी पड़ गया और गधे को नुकसान उठाना पड़ा। इसने एक सबक सीखा। उस दिन के बाद यह चाल नहीं चली, और उसका मालिक भी अब खुश था।

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